संदल शरीफ के साथ उठा चादर का जुलूस
धर्मेंद्र सिंह
आगरा ताजगंज तेली पड़ा स्थित दरगाह हजरत सैयदना लाल शाह बुखारी रहमतुल्ला आले का 429 व उर्स मुबारक के दूसरे दिन संदल शरीफ की रस्म अदा की गई ताजगंज थाना स्थित दरगाह शरीफ शरीफ पर संदल शरीफ चादरपोशी की रस्म अदाकार चादर का जुलूस ताजगंज थाने से दरगाह हज़रत सैयदना लाल शाह बुखारी रहमतुल्ला अलेह तक ले जाया गया जिसमें सैकड़ो की संख्या में आख़िदत् की हाजिरी लगा अपनी मन्नतें मांगी दरगाह के सज्जादा नशीन सूफी इकबाल कादरी नक्शबंदी ने फातिहा पड़ी बाद नमाज मगरिब लंगर तकसीम किया गया आए हुए लोगों से सूफी इकबाल कादरी नक्शबंदी ने कहा कि बलियो के उर्स मुबारक में हाजिरी लगाने से सभी मुश्किलें अल्लाह तबारक ताला दूर करता है क्योंकि अपने दोस्तों के यहां की कोई भी बात अल्लाह खाली नहीं जाने देता अल्लाह के वाली के यहां जो बिहारी लगता है वह खुशहाल जिंदगी बीतता है जीवन में कोई भी परेशानी उसे पर नहीं आती क्योंकि अल्लाह के वाली के यहां से जो भी बात अल्लाह तक पहुंचती है उसको अल्लाह रब्बुल इज्जत अपने वाली के सदके से दूर कर देता है इसीलिए हम सभी को अल्लाह के वालियों के यहां हाजिरी लगाना चाहिए और अपने दिल की मुराद इन वालियों के वसीले से अल्लाह रब्बुल इज्जत से मांगनी चाहिए बाढ़ नमाज ईशा महफिल कव्वाली का आयोजन देर रात्रि तक चला आए हुए कव्वाली ने सैयदना लाल शाह बुखारी की शान में अपने-अपने कलाम पेश कर अपनी हाजिरी पेश की कार्यक्रम में मुख्य रूप से मोहम्मद अशरफ कादरी नक्शबंदी