ट्रेफिक पुलिस व थाना पुलिस के अंधे और अंधाधुंध व बेसुधी चालान
खंदौली
आगरा। आइए आपको अवगत कराते हैं ट्रेफिक पुलिस के अंधे और अंधाधुंध व बेसुधी चालानो के बारे में रामनगर खंदौली के निवासी श्याम स्वरूप शर्मा आज अपनी दुकान पर कार्यरत थे तभी शाम को उनके पास एक मैसेज आता है , जिमसे लिखा हुआ था की उनकी स्कूटी का चालान ट्रेफिक पुलिस के द्वारा काट दिया गया है । जबकि उनकी स्कूटी दुकान के बाहर खड़ी हुई थी , खंदौली निवासी श्याम ने जब नेट पर ई चालान के माध्यम से चालान नंबर चेक किया तो उसमे पाया की गाड़ी और स्कूटी नंबर किसी और का है और चालान में उनकी गाड़ी का नंबर डाल दिया गया है,
अब देश का आम नागरिक अपने घर को चलाए या इन्हीं मसलों में पड़कर काम धंधा छोड़कर कोट कचहरी के चक्कर लगाए ,
एक और घटना पीड़ित के मित्र अर्जुन पंडित निवासी रामनगर आज से करीब 4 महीने पहले रात में अपनी दुकान से काम पूरा होने के बाद खंदौली कट नियर यमुना एक्सप्रेस वे पर रात को चाय पीने गए , तो वहां खंदौली थाना पुलिस अपने मित्रों के साथ गप्पें लड़ा रही थी, अर्जुन जी वहां पर चाय बैठकर पी रहे थे, पुलिस लगा कि ये आदमी हमारी बातें सुन रहा है तो अर्जुन को बाइक के पास खड़ा कर फोटो खींच कर पूछताछ करके भगा दिया,
तकरीबन 4 महीने बाद अर्जुन के पास मैसेज आता है, कि उनकी बाइक का चालान कर उसे कोर्ट भेज दिया गया है ,
अर्जुन पंडित का कहना है कि प्रशासन की मनमानी का कुछ पता नहीं चल रहा है, 4 महीने बाद कोन, क्या, केसे, समझे , और सीधे कोर्ट चालान भेज दिया गया , भला 4 महीने बाद मेसेज का आना , ये लापरवाह प्रशासन कब तक रहेगा , और आम जनता इसकी मार कब तक सहती रहेगी ।