हैदराबाद से आगरा पहुंचे सैयदना सरकार के जानशीन हज़रत कासिम
आगरा हजरत शाह अमीर अबुल उलाह के जानशीन हाजरा आगा मोहम्मद कासिम साहब हैदराबाद से वंदे भारत ट्रेन से आगरा पहुंचें जिसके चलते अपने पीरो मुर्शिद का स्वागत करने के लिए आ गई सिलसिले के मुरीदों ने अपने पीरो मुर्शिद का आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया अपने मुरीदों से हजरत आगा मोहम्मद कासिम साहब ने कहा कि वली अल्लाह की मोहब्बत अपने दिल में रखना हम सभी के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि वली अल्लाह ही हम सभी गुनाहगारों की सिफरिश अल्लाह सेकैल कयामत के दिन करेंगे और अल्लाह तबारक ताला अपने वली अल्लाह हू की हमारे लिए कि गई सिफ़ारिश को मकबूल करेगा क्योंकि अल्लाह रब्बुल इज्जत ने अल्लाह को अपना दोस्त बनाया हमारे गुनाहों को अल्लाह रब्बुल इज्जत इन्हें वली अल्लाह के कहने पर इस तरह खत्म कर देगा जैसा एक माँ अभी-अभी पैदा किया हो हम सभी को इन्हें वली अल्लाह से मोहब्बत इसलिए भी करनी चाहिए कि वाह वली अल्लाह
वली अल्लाह का रिश्ता अल्लाह के मेहबूब हजरत मुहम्मद साहब वह पंजतन एक पाक से भी आता है सैयद घराने के वली अल्लाह कहीं न कहीं मौला अली के घराने से संबंध रखते हैं और मौला मौला अली के घराने को अल्लाह रब्बुल इज्जत ने जन्नत दे दी है अब तो मौला अली के घराने वाले जिसको चाहेंगे उसे शख्सियत को जन्नत में भेजेंगे हम सभी को मौला अली के घराने से भी मोहब्बत रखेंगे
चाहिए मौला अली की ख़ुशी में हमें ख़ुश होना चाहिए और मौला अली के गम में हमको गमगीन होना चाहिए तभी जाकर मौला अली का घराना हमारी मोहब्बत को अपना लायक समझकर हमको अपना कहेंगे हम सभी के दिलों में मौला अली से लेकर इमाम कि भी मोहब्बत होनी चाहिए कर्बला में मौला इमाम हुसैन ने अपने नाना जान की उम्मत की खातिर भूखे प्यासे रहकर अपनी शहादत दे दी ऊपर शहादत को हम सभी के दिलों में कयामत तक रखनी है जिसके मौला इमाम हुसैन जिन्हें अल्लाह रब्बुल इज्जत ने जन्नत के जन्नतों का सरदार बनाया है उनके सदके मैं अल्लाह रब्बुल इज्जत हमको भी जन्नत का हकदार बना दे अपने मुरीदों के साथ हजरत आगा मोहम्मद कासिम जानशीन हजरत शाह अमीर अबुल उलाह पर अपनी हाजिरी पेश करेंगे स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से सैयद हुजूर अली हाजी अल्ताफ हुसैन मोइनुद्दीन इस्लाम खान एडवोकेट मोबिन रियाजुद्दीन शानू वासी उद्दीन भैया भाई आदी सैकडन लोग ऊपरस्थित थे