लखनऊ विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए : लुआक्टा
लखनऊ। दिनाँक 24 अगस्त 2024 लुआक्टा अध्यक्ष डॉo मनोज पाण्डेय एवं महामंत्री डॉ अंशु केडिया के नेतृत्व में लुआक्टा प्रतिनिधिमंडल माननीय डॉ दिनेश शर्मा जी द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप मे मान्यता दिए जाने के लिए सदन में मांग उठाने पर उनका आभार व्यक्त करने उनके आवास पर गया I
अपने आभार पत्र में लुआक्टा द्वारा उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षामंत्री पद पर रहते हुए लुआक्टा की मांग पर छठे वेतनमान मे प्रोन्नति हेतु यू जी सी के नियमो के परे 28 मई 2015 को पे बैंड 3 मे प्रोनन्त शिक्षकों को स्वत: पे बैंड 4 तथा एसोसियेट प्रोफेसर पद नाम , प्रोफेसर पदनाम, स्नातक स्तर के शिक्षकों के लिए शोध निर्देशक, ऑनलाइन कोर्स वर्क, रिफ्रेशर ओरिएंटेशन डेट एक्सटेंशन, पीएचडी में प्रवेश हेतू सुपरनुमेरिक आरक्षण, मानदेय शिक्षकों का विनियमितीकरण आदि अनेक शासनादेश हुए, जिससे प्रदेश भर के शिक्षक लाभान्वित हुए पर आभार व्यक्त किया साथ ही वर्तमान मे माननीय सदस्य
राज्यसभा (सांसद) के पद को सुशोभित करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए इसपर तर्कसंगत तरीके संसद के पटल पर रखने की सार्थक पहल पर भी आभार दिया गया I संघ का मानना है कि माननीय के प्रयासों से लखनऊ विश्वविद्यालय जैसे नामचीन प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय एवं साथ मे समस्त सहयुक्त महाविद्यालयों को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तर्ज पर केन्द्रीय विश्व विद्यालय का दर्जा मिलेगा I
प्रतिनिधि मंडल में लुआक्टा उपाध्यक्ष डॉ तिर्मल सिंह, कोषाध्यक्ष डॉ कीर्ति प्रकाश तिवारी, डॉ दिलशाद अहमद अंसारी, डॉ एल्विन दाऊद, डॉ अंबरीश उपाध्याय, एवं फिरोज गांधी पी जी कॉलेज रायबरेली से डॉ शैलेन्द्र त्रिपाठी जी शामिल रहे I