
आगरा के रुनकता में जन्माष्टमी पर खराब कुट्टू के आटे से बने पकोड़े खाने से आधा दर्जन से अधिक परिवार के लोग फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हो गए। इनका इलाज झोलाछाप द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें चिकित्सा सुविधा नहीं मिल सकी। रूनकता के गांव ब्राह्मण का नगला के बजरिया में कुट्टू का आटा खाने से आधा दर्जन से ज्यादा परिवार के लोग बीमार हो गए। जन्माष्टमी के मौके पर सभी परिवार के लोगों ने सोमवार की शाम को आटे के पकोड़े खाए और रात में बीमार होने लगे। गांव में चिकित्सा सुविधा न होने की वजह से सुबह के समय झोलाछाप डॉक्टरों से ही इलाज मिलना संभव हो सका। उसी का नतीजा है कि दो महिलाएं अस्पताल में भर्ती कराई गई हैं। यह आटा एक ही दुकान से सभी गांव वालों ने खरीदा था।