जेडी को गिरफ्तार करने वाली पूरी टीम कठघरे में
आगरा। संयुक्त शिक्षा निदेशक आरपी शर्मा की गिरफ्तारी पर शासन ने संज्ञान लिया है। विजिलेंस ने उन्हें ट्रेप किया था। कार्रवाई पर सवाल उठे। विजिलेंस टीम को कठघरे में खड़ा किया गया। प्रदर्शन हुए। मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जांच टीम में सचिव सतर्कता राजेश कुमार व विशेष सचिव गृह वीके सिंह को शामिल किया गया है। यह आदेश अपर मुख्य सचिव गृह एवं सतर्कता दीपक कुमार ने शुक्रवार देर शाम जारी किया। जांच का आदेश यूपी एजूकेशनल ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कौस्तुभ कुमार सिंह के पत्र पर जारी किया गया है। 18 अगस्त को विजिलेंस टीम ने आरपी शर्मा को तीन लाख रुपये घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह जेल में बंद हैं। कार्रवाई का पहले दिन से विरोध हो रहा है। प्रदर्शन हुए। ज्ञापन दिए गए। कार्रवाई के तरीके पर सवाल उठे। ट्रेप पर सवाल उठाए गए। शिक्षक संगठन सड़क पर आए। पैदल मार्च किया। पोस्टकार्ड अभियान चलाया। निष्पक्ष जांच की मांग की। आरोप लगाया कि जबरन कार में मिठाई का डिब्बा डाला गया। जिसकी शिकायत पर कार्रवाई हुई उसकी नौकरी पर तलवार लटकी हुई है। शासन स्तर से उसकी नियुक्ति की जांच हो रही है। विजिलेंस टीम ने डीसी वैदिक इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक अजय चौधरी की शिकायत पर कार्रवाई की थी। बताया गया था कि रिश्वत में दस लाख रुपये मांगे गए थे। तीन लाख रुपये घूस की पहली किश्त थी। अधिकारी के स्टेनो ने बताया था कि साहब सीधे लेकर काम करेंगे। पैर छूकर मिठाई दे देना। विजिलेंस टीम पर आरोप है कि प्रायोजित तरीके से गिरफ्तार किया गया है। जांच कमेटी को पत्र में उठाए गए सभी बिंदुओं पर जांच करके पंद्रह दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।
यह पहला मामला नहीं है किसी शिक्षा अधिकारी को ट्रेप करने पर विजिलेंस टीम कठघरे में है। इससे पहले एक अधिकारी को ट्रेप करने क मामले की सीबीसीआईडी जांच हुई थी। सीबीसीआईडी ने भी अपनी जांच में ट्रंप को सही पाया था: जेडी डॉ आरपी शर्मा
मुकेश शर्मा ने स्पष्ट किया कि प्रधानाचार्य शिक्षक कर्मचारी संघर्ष समिति और यूपी एजुकेशनल ऑफिसर्स एसोसिएशन मिलकर इस मुद्दे पर साथ लड़ रहे हैं। संघर्ष समिति की मुख्य मांग को शासन ने मान्यता दी है। जिसके तहत आरपी शर्मा की गिरफ्तारी के संबंध में एक दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। प्रांतीय मंत्री डा. अनिल वशिष्ठ, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र लवानियां, शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. विशाल आनन्द, राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विशम्भर दयाल पाराशर आदि रहे।