लखनऊ। ठाकुरगंज के एक निजी अस्पताल में किडनी के ऑपरेशन के बाद मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में मनमानी और लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची ठाकुरगंज कोतवाली पुलिस ने परिजनों को शांत कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, अस्पताल के डॉक्टर ने परिजनों के आरोप को निराधार बताया है। हरदोई के भरावन के सतीश (38) को किडनी में पथरी थी। जबकि दूसरी किडनी खराब हो गई थी। परिजन सतीश को रविवार शाम ठाकुरगंज के एक अस्पताल ले गए। परिजनों के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि मरीज की किडनी में संक्रमण है। उसे निकाला जाएगा। इसके बाद बिना लिखापढ़ी के डॉ. ने देर शाम ऑपरेशन कर किडनी निकाल दी। वहीं, दूसरी किडनी ने काम करना बंद कर दिया। इस बीच देर रात करीब 11 बजे मरीज की हालत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया।
मरीज की मौत के बाद अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर
परिजनों के मुताबिक, बिना उनके सहमति लिए ऑपरेशन कर सतीश की किडनी निकाल दी गई। परिवारीजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच अस्पताल के डॉक्टर मौके से चले गए। हंगामे की सूचना पर ठाकुरगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शांत कराया और तहरीर ली। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
किडनी में पथरी
गुर्दे की पथरी होना आम बात है। अक्सर ये समय से पहले जन्मे शिशुओं में होती है। इसके अलावा पथरी तब बन सकती है जब मूत्र में कुछ ऐसे पदार्थ बहुत ज़्यादा मात्रा में मौजूद हों जो क्रिस्टल बनाते हैं। ये क्रिस्टल हफ़्तों या महीनों में पथरी में बदल सकते हैं। एक या एक से अधिक पथरी एक ही समय में गुर्दे या मूत्रवाहिनी में हो सकती है।