उत्तर प्रदेशलखनऊ

431वे युगऋषि वाङ्मय की स्थापना

लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 431वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना
‘‘ज्ञानयज्ञ युगधर्म है।” –उमानंद शर्मा
गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘सिटी कान्वेन्ट इन्टर कॉलेज, पारा, राजाजीपुरम, लखनऊ, उ0प्र0’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 431वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार के सक्रिय कार्यकर्ता श्री व्यास जी मिश्र एवं श्रीमती कमलावती मिश्र ने अपने प्रिय पुत्री सुश्री अंजली मिश्र के उज्जवल भविष्य के लिये भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं को (हिन्दी) अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि “ज्ञानयज्ञ युगधर्म है।” श्रीमती उषा सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का समापन संस्थान के चेयरमैन श्री अंकित उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया।
इस अवसर पर श्री उमानंद शर्मा, श्रीमती उषा सिंह, श्रीमती कमलावती मिश्र, सुश्री अंजली मिश्र, चेयरमैन श्री अंकित उपाध्याय, कोऑर्डिनेटर श्रीमती प्रिया उपाध्याय, कोऑर्डिनेटर श्रीमती आस्था उपाध्याय, प्रबन्धक श्री ब्रजेश कुमार, प्रधानाचार्या श्रीमती मुन्नी राय सहित कॉलेज की शिक्षक-शिक्षिकायें एवं छात्र-छात्रायें मौजूद रहे।

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