खनन माफियाओं के आगे विभागीय अधिकारी नतमस्तक, सरकार कोई भी हो लेकिन खनन माफिया का पुजता है जूता

आगरा। खनन माफियाओं के आगे विभागीय अधिकारी नतमस्तक हैं खनन विभाग कुंभकरणीय की नीद में सो चुका है आंखों में मोतिया बिंद हो चुका है। उसे कुछ नहीं दिखाई देता केवल महीनेदारी जिस खनन माफिया से आती है वही दिखाई देता है। रात्रि के समय हाईवे पर अवैध वसूली दिखाई देती है लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल दिखावा किया जाता है। खनन विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते क्योंकि कोई भी शिकायत करता रहे उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता। खनन विभाग इतना भ्रष्ट हो चुका है के महीनेदारी करोड़ों के हिसाब से फिर चल रहा है ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को फिर से आगरा की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों का कहना है कि कई दर्जन खनन माफिया जुड़े हुए हैं जो महीने दारी खनन विभाग को पहुँचाते हैं। बदनाम पुलिस विभाग होता है। पुलिस विभाग के भी अधिकारी कहते हैं कि जो विभाग का काम है उनके अधिकारी कार्रवाई नहीं करते तो हम क्यों करें मुख्य रूप से खनन विभाग के अधिकारियों का काम है। खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना लेकिन महीनेदारी चांदी के जूते के आगे सब कुछ भूल जाते हैं। बरहन क्षेत्र का गीतम यादव कई बरसों से मिट्टी खनन का कार्य करता है। लेकिन इसके खिलाफ किसी ने भी कार्रवाई नहीं की कितनी भी शिकायत करते रहो किसी पर कोई फर्क नहीं पड़ता जब खनन विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं करते तो पुलिस कार्रवाई क्यों करें पुलिस को भी कुछ पान फूल मिल जाते हैं। इसलिए चुप हो जाती है। दो दिन से लगातार वीडियो वायरल हो रहे हैं लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी गरीब आम आदमी पर सभी की नजर रहती हैं। अपने खेत से अगर एक ट्रैक्टर ट्राली किस मिट्टी लेकर आता है तो पुलिस उसे पकड़ लेती है। उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। लेकिन खनन माफिया लगातार खनन करने में लगे हुए हैं किसी को नहीं दिखाई देता। आखिरकार उनके खिलाफ कब करवाई होगी खनन माफियाओं के द्वारा कई बार पुलिस वालों की हत्या की गई है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति होती है। और फिर वही हाल होने लगता है।
गीतम है खनन माफिया
जमाल नगर भैंस का रहने वाला गीतम यादव खनन माफिया है कई वर्षों से खनन का काम करता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता डंके की चोट पर कई दिनों से लगातार खनन चल रहा था लेकिन कार्रवाई नहीं की गई पुलिस कहती है कि हमारा काम नहीं है खनन विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं करते तो हम क्यों करें आखिरकार कौन सा विभाग कार्रवाई करेगा