आगराउत्तर प्रदेश

उटंगन नदी के व्यवस्थित प्रबंधन जल डूब क्षेत्र का चिन्हांकन करवायें

जिला पंचायत अध्यक्ष शासन के समक्ष पुन:उठायेंगी रेहावली बांध का मुद्दा

आगरा। उटंगन नदी को बदइंतजामी के दौर से उबारने का हरसंभव प्रयास होगा,मानसून कालीन ऊफान और उसके जल विस्तार क्षेत्र का निर्धारण कर चिन्हांकन के लिये खूंटी लगाये जाने का कार्य शीघ्रता के साथ शुरू करवाया जायेगा।इस संबंध में सिंचाई विभाग तृतीय वृत्त के तहत प्रशासित आगरा कैनाल के लोअर खंड के अधिशासी अभियंता को शीघ्रता से कार्य शुरू करने को कहा गया है।जिला पंचायत अध्यक्ष डा श्रीमती मंजू भदौरिया के अनुसार अब उटंगन नदी का पानी उतर चुका है, जल डूब क्षेत्र की नवीनतम जानकारी सिंचाई विभाग के पास उपलब्ध है। अगर जरूरत हुई तो कार्य में सहयोग को जिला अधिकारी को पत्र लिख कर खेरागढ, किरावली और फतेहाबाद आदि तहसीलों के नदी तटीय गांवों के लेखपालों से सहयोग के लिये भी पत्र लिखेंगी।
डा भदोरिया जो कि सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के प्रतिनिधियों से वार्ता कर रही थीं,ने कहा कि उटंगन एक अंतर्राज्यीय (Inter-State) नदी है और आगरा जनपद में इसका टेल वाला लगभग 88 कि मी भाग है। राजस्थान के द्वारा नदी का पानी रोक लिये जाने के बावजूद स्थानीय जलग्रही क्षेत्र (local catchment area )से ही मानसून काल में पानी की भरपूरिता रहती है।यही नहीं अब आगरा जनपद को आसपास के बडे क्षेत्र के साथ पर्यावरणीय परिस्थितियों में दीर्घकालिक बदलाव (Climate change) वाली मौसम पेटिका (climate zone) में माना जाने लगा है।एसे में यहां मानसून काल के अलावा भी अप्रत्याशित वर्षा होने की संभावना वाले क्षेत्र की जरूरत के अनुरूप नदी जल प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाना होगा।फसल क्षति न्यून करने और क्षति आकलन त्वरित करने को दृष्टिगत यह और भी महत्वपूर्ण है।
डा भदौरिया ने कहा कि जिला अधिकारी के द्वारा भी उटंगन के मानसून कालीन डूब क्षेत्र (flood-prone area) का चिन्हांकन करने व मुड्डियां लगाये जाने के लिए 4 सितंबर जिला पर्यावरण समिति की बैठक में सिंचाई विभाग को निर्देशित किया जा चुका है, जो उटंगन नदी के जीर्णोद्धार की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एक जानकारी में जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि शीघ्र ही उनका लखनऊ जाना अनुमानित है,अगर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात संभव हो सकी तो वह उटंगन नदी पर रेहावली बांध का मुद्दा भी उठायेंगी।उल्लेखनीय है कि पूर्व में डा भदौरिया और पूर्व विधायक डॉ राजेन्द्र सिंह इसी वर्ष मुख्यमंत्री से लखनऊ में हुई मुलाकात के दौरान उटंगन नदी में रहने वाली मानसून कालीन भरपूरता को दृष्टिगत रेहावली गांव में बांध बनाये जाने का मुद्दा उठा चुकी हैं।उल्लेखनीय है कि सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष से मिलने वालों में सैकेट्री अनिल शर्मा, फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी और राजीव सक्सेना आदि शामिल थे।

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