श्री शिव महापुराण कथा, कल्याणकारी है श्री शिव की भक्ति, कथावाचक मुकेश शुक्ला
सहभागी हुए राज्य सूचना आयुक्त

लखनऊ। अखिल भारतीय उत्तराखंड महासभा, लखनऊ के तत्वावधान में ज्ञान सरोवर विधालय वृदांवन योजना , रायबरेली रोड कालिन्दी पार्क में चल रही “श्री शिव महापुराण कथा” में कथावाचक मुकेश शुक्ला ने श्री शिव महिमा का वर्णन किया। यजमान हेमंत गाड़िया थे। इसमें राज्य सूचना आयुक्त डॉ दिलीप अग्निहोत्री,महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक असवाल,हर्षपति जुयाल,हरेन्द्र सिंह नेगी एवं धीरज नेगी सहभागी हुए। कथावाचक मुकेश शुक्ला ने कहा “श्री शिव महापुराण” में शिव को पंच देवों मे प्रधान, अनादि,जो स्वयंभू है, शाशवत है, सर्वोत्तम सत्ता है, विश्व चेतना है,सिद्ध परमेशवर के रूप में स्वीकार किया है। माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए सच्ची भक्ति और समर्पण की भावना से कठोर तपस्या की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और उनके साथ विवाह करने का वचन दिया। भोले नाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए सच्ची भक्ति और समर्पण की आवश्यकता है। भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति को शक्ति, साहस और ज्ञान की प्राप्ति होती है, जिससे वह जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकता है। भोले नाथ की भक्ति करने से व्यक्ति को आत्मशांति, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।



