नई दिल्ली

बौद्धिक ज्ञान सम्पदा में भारत प्राचीन काल से विश्व में सिरमौर रहा है: डॉ दिनेश शर्मा सांसद

नई दिल्ली। राज्य सभा के सांसद डॉ, दिनेश शर्मा पूर्व उप मुख्यमंत्री ने इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि भारत प्राचीन काल से ज्ञान और बौद्धिक सम्पदा में विश्च में सिरमौर रहा है। हमारी संस्कृति ने विश्व को नूतन दिशा दी है। भारतीयों में फूट डालकर आक्रांताओं ने हमें अतीत में गुलाम बना लिया था। परंतु विविधता में एकता के सूत्र में बंधने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम विश्व की ग्यारहवीं से ऊपर उठ कर चौथी वित्तीय शक्ति बन गए है। हम सब को अपने देश गौरव बोध को आगे रखकर समाज को नई दिशा देनी है।।

उन्होंने आगे कहा कि इंडिया प्रबुद्ध सम्मेलन के इस आयोजन में उपस्थित होकर मैं वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। यह कार्यक्रम, जिसे डॉ. अभिषेक पांडेय और डॉ. पुनीत द्विवेदी ने सूत्रधार की भूमिका निभाने हेतु बधाई देता हूं, देश व विदेश के प्रबुद्ध वर्ग का एक अद्वितीय संगम है। यहां उपस्थित व्यक्ति वाणिज्य, शिक्षा, चिकित्सा, आई.टी, पुलिस प्रशासन, ब्यूरोक्रेसी, मीडिया और अन्य अनेक क्षेत्रों में शीर्ष स्तंभों के प्रतिनिधि हैं।

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य ज्ञान का आदान-प्रदान करना और विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे नवीनतम शोध, विचारधारा और नवाचारों पर चर्चा करना है। आज, जब हम वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, यह आवश्यक है कि हम एकजुट होकर सकारात्मक समाधान खोजें। ऐसे मंचों पर विचारों का आदान-प्रदान, हमें एक-दूसरे से सीखने का और अपने दृष्टिकोण को विस्तारित करने का अवसर प्रदान करता है।

श्रीलंका के राजदूत श्री गेशन डिसानाया जी के और जमाईका के विदेश प्रतिनिधि श्रीमान जैस हॉल जैसे अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति हमें यह दर्शाती है कि वैश्विक स्तर पर शिक्षा और विचारों का कितना बड़ा महत्व है। ऐसे हस्तियों के अनुभव और दृष्टिकोण हम सभी के लिए प्रेरणा स्वरूप हैं। इसके अलावा, वरिष्ठ अधिवक्ताओं की उपस्थिति हमें यह बताती है कि न्याय और कानून के क्षेत्र में भी निरंतर विकास और संवाद की आवश्यकता है।

इस सम्मेलन में सभी उपस्थित व्यक्तियों के बीच भाईचारे और सहयोग का एक अनोखा माहौल है। हर कोई एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करता है और यह समझने की कोशिश करता है कि कैसे हम मिलकर समाज और देश में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। यह एक सुनहरा अवसर है ज्ञान के साझा करने का; ऐसे संवादों से ही हम नए विचारों और नीतियों का निर्माण कर सकते हैं जो हमारे राष्ट्र की प्रगति में सहायक हों।

निसन्देह, बौद्धिक सम्मेलन केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि विचारों की एक ज्वाला है जो हमें नई दिशा और प्रेरणा प्रदान करता है। यह हमें एकजुट होने का, सीखने का, और एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ने का अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। इस प्रकार के आयोजनों से हमें न केवल अपने देश, बल्कि विश्व को एक बेहतर स्थान बनाने की प्रेरणा मिलती है।

आज इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित “अंतरराष्ट्रीय प्रबुद्ध वर्ग” सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होकर देश तथा विदेशों से पधारे शिक्षा, चिकित्सा, पुलिस प्रशासन, तकनीकी, आईoटीo तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभावों राजदूत जांबिया, जानसन हाल जी, राजदूत श्रीलंका श्री जेसन जी, आईoएoआरoसीo (ऑस्ट्रेलिया) की संस्थापक श्रीमती एलीना जी, उपाध्यक्ष कैडिला फार्मा डाo पीoकेoराजपूत जी, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री राजीव शर्मा जी, केंद्रीय जेल अधीक्षक श्रीमती अलका सोनकर जी, अपर पुलिस अधीक्षक श्री प्रमोद सोनकर जी, ग्रुप डायरेक्टर ऑक्सफोर्ड इंटरनेशनल कॉलेज डॉ पुनीत द्विवेदी जी, पुलिस आयुक्त श्री उमाकांत चौधरी जी संस्थापक सीoडब्लूoएसoआईoआरo श्री अभिषेक पांडे जी को सम्मानित किया।

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