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Disha Rape Case Hyderabad: केसीआर पर भाजपा ने बोला हमला, कहा- सरकार के संरक्षण में पुलिस का 'बेशर्मी भरा अपराध'

2019 में हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मार दिया था। अब जस्टिस वीएस सिरपुरकर जांच आयोग ने कहा है कि कथित चारों आरोपियों का फर्जी एनकाउंटर किया गया था।

Disha Rape Case Hyderabad: केसीआर पर भाजपा ने बोला हमला, कहा- सरकार के संरक्षण में पुलिस का 'बेशर्मी भरा अपराध'

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, हैदराबाद Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव Updated Sat, 21 May 2022 11:34 AM IST

सार

2019 में हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मार दिया था। अब जस्टिस वीएस सिरपुरकर जांच आयोग ने कहा है कि कथित चारों आरोपियों का फर्जी एनकाउंटर किया गया था।

हैदराबाद एनकाउंटर

हैदराबाद एनकाउंटर - फोटो : PTI

विस्तार

हैदराबाद में 'दिशा दुष्कर्म मामले' में भारतीय जनता पार्टी ने तेलंगाना सरकार पर तीखा हमला बोला है। भाजपा ने इसे पुलिस का 'बेशर्म अपराध' बताया है और कहा है आरोपियों के फर्जी एनकाउंटर पर सिरपुरकर रिपोर्ट ने तेलंगाना की केसीआर सरकार की कलई खोलकर रख दी है। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है, राजनीतिक लाभ के लिए राज्य सरकार को पुलिस के अवैध तरीकों का समर्थन नहीं करना चाहिए, चाहे मामला कितना भी जघन्य क्यों न हो। भाजपा ने आरोप लगाते हुए इसे सरकार के संरक्षण में पुलिस का बेशर्मी भरा अपराध बताया।  



दरअसल, 2019 में हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मार दिया था। अब जस्टिस वीएस सिरपुरकर जांच आयोग ने कहा है कि कथित चारों आरोपियों का फर्जी एनकाउंटर किया गया था। इस फर्जी मुठभेड़ के दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। मामले की जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट को भेजने का निर्देश देते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है। आयोग ने अपनी 387 पन्नों की रिपोर्ट में यह भी कहा कि पुलिस द्वारा मारे गए चार आरोपियों में से तीन नाबालिग थे और पुलिस को हत्या के समय इस बात की जानकारी थी।

न्याय प्रणाली में बढ़ेगी अराजकता 
भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, पुलिस द्वारा कानून को अपने हाथ में लेना काफी खतरनाक है। यदि इस तरह की मिसाल कायम की जाती है, तो यह गैर-जिम्मेदार पुलिस कार्रवाई को बढ़ावा देगा और आपराधिक न्याय प्रणाली में अराजकता पैदा करेगा। 

वेटनरी डॉक्टर के साथ 2019 में हुआ था दुष्कर्म
हैदराबाद में नवंबर 2019 में 27 साल की एक वेटनरी डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर का शव शादनगर में एक पुल के नीचे जली हुई अवस्था में मिला था। इसके बाद हैदराबाद पुलिस ने चार आरोपियों - मोहम्मद आरिफ, चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु, जोलू शिवा और जोलू नवीन को वेटनरी डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म के और हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। हैदराबाद के NH-44 पर इन चारों आरोपियों एनकाउंटर किया गया था। यह वही राजमार्ग था, जिसके पुल के नीचे 27 वर्षीय पशु चिकित्सक का जला हुआ शव मिला था। पुलिस ने दावा किया था कि 27 नवंबर, 2019 को महिला पशु चिकित्सक का अपहरण किया गया था। उसका यौन उत्पीड़न किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी।

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