धरती माँ ने राखी बांधी, चंदा मामा को
पं रामजस त्रिपाठी नारायण
धरती माँ ने राखी बांधी, चंदा मामा को।
दूर नहीं अब चंदा मामा, गाओ गाना को।।
🌎🌹🌕
चंद्रयान -सा अनुपम धागा, इसरो ने बनवाया।
गहन साधना लगन परिश्रम,से मिलकर सजवाया।।
विक्रम लैंडर सुंदर ढांचा, भाया मामा को।
धरती माँ ने राखी बांधी, चंदा मामा को।।
🌎🌹🌕
राखी के पहले मामा ने, शुभ राखी बंधवाई।
तेइस अगस्त दो हजार तेइस, को वह घड़ी आई।।
झूम उठी तब मातु भारती, पा अनजाना को।।
धरती माँ ने राखी बांधी, चंदा मामा को।।
🌎🌹🌕
आशा है उपहार मिलेगा, चंदा मामा से।
रक्षा का आशीष मिलेगा, चंदा मामा से।।
मातु भारती की जय होगी, पा अभिरामा को।
धरती माँ ने राखी बांधी, चंदा मामा को।।
🌎🌹🌕