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रक्षाबंधन पर संस्कृति की रक्षा का संकल्प 

स्वामी विज्ञानानंद जी

लखनऊ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, लखनऊ पूरब भाग द्वारा कुंवर ग्लोबल स्कूल देवा रोड़ चिनहट में रक्षा बंधन उत्सव कार्यक्रम अयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व वक्ता स्वामी विज्ञानानंद जी, विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त सचिव एवं विश्व हिन्दू फाउंडेशन (WHF) के संस्थापक और वैश्विक अध्यक्ष, मुख्य आयोजक विश्व हिन्दू कांग्रेस रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता लाल प्रसाद सिंह, सेवा निवृत्त राजपत्रित अधिकारी जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश सरकार ने किया। इस अवसर पर वेदांत गुरुकुल के ब्रह्मचारियों/ छात्रों ने शंख ध्वनि का नाद व स्वस्तिवाचन कर शुभारंभ किया तत्पश्चात मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं अन्य अतिथियों ने भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित किया साथ ही परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांध राष्ट्र रक्षा का संकल्प किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ विज्ञानानंद ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत सम्पूर्ण दुनिया का मार्गदर्शन करने की ओर अग्रसर है हम सभी को इस ओर सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता है। आज कुछ विभेदनकारी शक्तियां समाज को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं किन्तु हमें इस रक्षा बंधन के अवसर पर यह प्रतिज्ञा करनी होगी कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और विभेदनकारी तत्वों से समाज को बचाने के लिए कटिबद्ध रहेंगे। सभी हिन्दू सहोदर भाई है कोई ऊंच - नीच नही है। सभी समान हैं हम सभी भारत मां के पुत्र पुत्री हैं। भारत की परिवार व्यवस्था हमारी अमूल्य धरोहर है। आज हमारे परिवार टूट रहे हैं इसे भी बचाने का संकल्प हम सबको करना है। भारत की परिवार व्यवस्था के सुदृण होने से हमारी संस्कृति, आध्यात्मिकता, पर्यावरण, शिक्षा, संस्कार आदि अक्षुण्ण रह पाएंगे। इस लिए हम अपने परिवार को संभालें, अपनी संस्कृति को बचाने के उपक्रम करें। सभी समाज को लेकर चलें। इसके लिए परिवार में सामूहिक भोजन, सामूहिक देव पूजा, सामूहिक चर्चा, सद्ग्रंथ का पाठन, अतिथि सत्कार जैसे अपने जीवन मूल्य स्थापित करें। रक्षा बंधन उत्सव हमे यह सिखाता है कि संस्कृति की रक्षा करें। इस क्रम ने मुख्य अतिथि ने अपने कहा कि भारत लम्बे समय तक परकियो से संघर्ष किया जिसमें हमने बहुत कुछ खोया है। इसलिए हम अपने स्व को जाग्रत करें जिसके अन्तर्गत उन्होने कहा कि अपने जीवन में भाषा, परिधान, भोजन, भ्रमण, भजन स्वदेशी हों। भारत में पुनः रामराज्य स्थापित हो पुनः राजा रामचंद्र की जय होगी। अपने गांव से जुड़े रहें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लाल प्रसाद सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन वक्त करते हुए कहा कि रक्षा बंधन उत्सव केवल भाई बहन का उत्सव नही अपितु सम्पूर्ण जनमानस का उत्सव है. उक्त कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक कौशल, पूर्व प्रांत संघ चालक प्रभू नारायण श्रीवास्तव, ललित कुमार भाग संघ चालक प्रभात आधौलिया, सह संघ चालक अरुण कुमार, प्रशांत भाटिया सह भाग कार्यवाह रामलखन, मनुदेव सहित विचार परिवार के पदाधिकारी सहित भारी संख्या में स्वयंसेवक व समाज से आए परिवार उपस्थित रहे। कार्यक्रम के पश्चात सभी ने एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांध राष्ट्र, संस्कृति, आध्यात्मिकता की रक्षा का संकल्प लिया।

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