सी.पी.आर विधि सीखकर छात्रों ने लिया संकल्प जिम्मेदार नागरिक बनने का
आगरा। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल केवल छात्रों को शिक्षित ही नहीं करता वरन् उन्हें समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह समाज के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि जब भी कभी किसी को भी आपातकाल अवस्था में सहायता की आवश्यकता हो तो, वह यथासंभव प्राथमिक चिकित्सा उसे प्रदान करे।
इसी ध्येय की पूर्ति हेतु छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा का सफल प्रशिक्षण देने हेतु आज 24 जुलाई, 2024 को विद्यालय में प्राथमिक चिकित्सा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में डा. रनवीर सिंह त्यागी (डायरेक्टर सिनर्जी प्लस हॉस्पिटल), डॉ. विभा दीक्षित (बी.पी.टी. विभागाध्यक्षा फिजियोथैरेपिस्ट), सोनवीर सोलंकी, विद्यालय निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यशाला में कक्षा नौ से बारह तक के छात्रों ने प्रतिभाग किया।
डॉ. रणवीर सिंह त्यागी ने प्राथमिक चिकित्सा का महत्व बताते हुए कहा कि प्राथमिक चिकित्सा से किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है क्योंकि व्यक्ति को चिकित्सक के पास ले जाने से पूर्व गंभीर परिस्थितियों में उचित चिकित्सा एवं देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है।
सी.पी.आर विधि के द्वारा उन्होंने छात्रों को प्रयोगात्मक रूप से प्राथमिक चिकित्सा करना सिखाया। उन्होंने बताया कि सी.पी.आर विधि को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन कहा जाता है। यह एक आपातकालीन उपचार है, जो किसी की सांस या दिल की धड़कन रुक जाने पर किया जाता है।
उदाहरण के लिए, जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है या वह लगभग डूब जाता है। सीपीआर किसी की जान बचाने में मदद कर सकता है। सी.पी.आर की शुरुआत छाती पर ज़ोर से और तेज़ी से दबाव देकर की जाती है। इन दबावों को कंप्रेशन कहते हैं।
विद्यार्थियों के द्वारा विभिन्न स्थितियों यथा – आग लगने पर, साँप के काटने पर, हार्ट अटैक आने पर, दौरा आने पर किन-किन प्राथमिक उपायों को अपनाकर व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है आदि अनेक प्रश्न पूछे गए, जिनका डॉ. रणवीर ने सम्यक विस्तृत उत्तर देकर छात्रों की शंकाओं का समाधान किया।
विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि प्राथमिक चिकित्सा के उपायों को जानकर हमें अवश्य ही व्यक्ति की जान बचाने के लिए दृढ़ संकल्प लेना चाहिए एवं इन उपायों को और भी लोगों को बताना चाहिए जिससे मनुष्य का जीवन बचाया जा सके।
कार्यक्रम का संचालन वरादा शर्मा तथा सृष्टि कपूर ने किया। आरुषि पचौरी ने धन्यवाद ज्ञापन कर अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।