कांवड़ पटरी पर सड़क के धंस जाने से कावड़ियों को हुई भारी दिक्कत,सड़क में गड्ढे के साथ ही कांवड़ शिविर में भर गया पानी
रुड़की।हाल ही में लाखों की लागत से सोलानी नदी पर बना रपटा शुरुआती बारिश में बह जाने का मामला काफी सुर्खियों में रहा,जिसे लेकर निवर्तमान मेयर गौरव गोयल,समाजसेवी दीपक लाखवान तथा कांग्रेस महानगर जिलाध्यक्ष एडवोकेट चौधरी राजेंद्र सिंह सहित अनेक लोगों ने नगर विधायक पर इस रपटे निर्माण को लेकर भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।रपटे के नदी में बह जाने की चर्चा अभी लोगों के जुबान से उतरी भी नहीं थी,कि नगर में कांवड़ पटरी पर नीले पुल के आगे प्रेस क्लब कार्यालय के सामने सड़क के रपट जाने का मामला काफी सुर्खियों में है,जो अचानक सड़क के बीचो-बीच धंस गई।गनीमत रही की दोपहर के समय चलती पटरी पर कांवड़ियों की भीड़ अधिक नहीं थी,जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया।याद रहे कि गत वर्ष भारी बारिश के कारण जादूगर रोड पर कई-कई फीट पानी भर गया था,यहीं पर नगर विधायक का आवास भी पड़ता है।नगर विधायक की ओर से इस पानी की निकासी के लिए सिंचाई विभाग की जमीन से होते हुए कांवड़ पटरी खोदकर अंडरग्राउंड पाइप को गंगनहर में डाला गया था।उस दौरान पाइप के डाले जाने का स्थानीय लोगों ने भारी विरोध भी किया था,तो पाइप डालने को लेकर सिंचाई विभाग ने भी अनुमति लिए बिना नोटिस जारी कर दिया था।उस दौरान स्थानीय लोगों ने शिकायत भी की तो हर किसी ने मामला अन्य विभाग के होने का बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया।बहरहाल किसी भी अधिकारी ने कांवड़ पटरी से गुजर रहे कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर मामला संज्ञान में नहीं दिया।कल दोपहर में कांवड़ पटरी पर गुजर रही इस पाइपलाइन के ऊपर से अचानक सड़क धंस गई,इससे एक शिवभक्त उसमें गिरने से बाल-बाल बचा।गनीमत रही कि इस दौरान कांवड़ियों की संख्या अधिक नहीं थी।मामले की जानकारी जब पास में ही भंडारा दे रहे समिति के लोगों को मिली तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर कावड़ियों के लिए मार्ग को रुकवा दिया तथा उक्त मामले की जानकारी नगर निगम आयुक्त जितेंद्र कुमार को दी।सूचना मिलने पर नगर आयुक्त ने निगम कर्मचारियों को मौके पर भेजा तथा गड्ढे में मालवा भरवा कर उसे दोबारा का कांवड़ियों के लिए खुलवाया।अब रपटे के नदी में बह जाने के साथ ही सड़क के रपट जाने की चर्चाएं भी प्रत्येक नगरवासी की जुबां पर है।