उत्तर प्रदेशलखनऊ

454वाँ युगऋषि वाङ्मय स्थापित

‘ऋषि का सद्साहित्य पीड़ा पतन से मुक्ति दिला सकता है।” -उमानन्द शर्मा

लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘अवध इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल कॉलेज, असेनी, बाराबंकी, उ०प्र०’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 454वाँ ऋषि वाङ्मय की स्थापना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। डॉ० अशोक शर्मा (पुत्र) एवं श्रीमती सुनीता शर्मा (पुत्रवधु) ने अपने पूज्य माता-पिता स्व० श्रीमती सुशीला शर्मा एवं स्व० श्री शत्रुध्न शर्मा की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय में युग ऋषि वाङ्मय साहित्य भेंट किये तथा उपस्थित संकाय सदस्यों एवं छात्र-छात्राओं को अखण्ड ज्योति (हिन्दी) पत्रिका भी भेंट किये।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि “ऋषि का सद्साहित्य पीड़ा पतन से मुक्ति दिला सकता है।” इस अवसर पर श्रीमती उषा सिंह, श्री वी०के० श्रीवास्तव, डॉ० अशोक शर्मा तथा संस्थान के प्रधानाचार्य (अवध लॉ कॉलेज) डॉ० सूर्यभान सिंह ने भी अपने विचार व्‍यक्‍त किये।
इस अवसर पर गायत्री ज्ञान मंदिर के प्रतिनिधि श्री उमानंद शर्मा, श्रीमती उषा सिंह, श्री वी०के० श्रीवास्तव, डॉ० अशोक शर्मा, श्रीमती सावित्री शर्मा, श्रीमती सुनीता शर्मा एवं संस्‍थान के चेयरमैन श्री ऋषि गोयल, वॉयस चेयर परसन डॉ० रितु गोयल, प्रधानाचार्य (नर्सिंग) श्री पवन कुमार, प्रधानाचार्य (आई०टी०आई०) श्री जितेन्द्र कुमार गुप्ता, प्रधानाचार्य (अवध लॉ कॉलेज) डॉ० सूर्यभान सिंह, नर्सिंग शिक्षक पारुल तिवारी, संकाय सदस्‍य एवं छात्र-छात्रायें मौजूद रहे।

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