विजन और बजट
उत्तर प्रदेश में वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लिए एक रोडमैप तैयार हुआ है। प्रदेश के अंदर सभी विभागों को हमने दस सेक्टर में विभाजित किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा करते हुए कहा कि देश को पांच ट्रिलियन की इकॉनमी बनाने का प्रधानमंत्री का जो विजन है,
उत्तर प्रदेश ने भी तय किया कि हम उत्तर प्रदेश की इकॉनमी को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी के रूप में खुद को स्थापित करेंगे।
उत्तर प्रदेश के अंदर एक्सप्रेसवे, इंटरस्टेट कनेक्टिविटी, हाईवे का एक बेहतरीन जाल बिछ चुका है।
इसमें दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, दिल्ली आगरा एक्सप्रेसवे शामिल है। गंगा एक्सप्रेसवे के लिए इस सप्लीमेंट्री बजट में हमने धनराशि की मांग की है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, बलिया लिंक एक्सप्रेसवे के साथ ही हम लोग चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे पर कार्य हो रहा है। शाहजहांपुर से फर्रूखाबाद होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए एक नए एक्सप्रेसवे पर कार्य जल्द शुरू हो रहा है, जिसके लिए सर्वे पूरा हो गया है।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने की कार्यवाही को भी सरकार आगे बढ़ा रही है।लखनऊ कानपुर के बीच में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बन रहा है। चार
इंटरनेशनल एयरपोर्ट और ग्यारह डॉमेस्टिक एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और बहुत जल्द ही हम लोग पांचवें इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में जेवर एयरपोर्ट को भी क्रियाशील करने जा रहे हैं।
वाराणसी से हल्दिया के बीच में वाटरवे सफलतापूर्क कार्य कर रहा है, तो अयोध्या से हल्दिया के बीच में वाटरवे के सर्वे की कार्यवाही को भी हम आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश उन राज्यों में है जिसने वाटरवे अथॉरिटी की स्थापना करके जलमार्गों की संभावनाओं को भी गति देने की कार्यवाही को अंजाम दिया है।
नोएडा की तर्ज पर एक नया औद्योगिक शहर बसाने की कार्यवाही और बुंदेलखंड क्षेत्र के कायाकल्प की दिशा में सरकार के प्रयास का यह हिस्सा है।
एफडीआई की पॉलिसी के साथ ही हमने स्त्ताइस
सेक्टोरल पॉलिसी भी बनाई हैं।
परंपरागत उत्पादों के लिए ओडीओपी की भी योजना लेकर आए हैं। हस्तशिल्पियों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत उनकी ट्रेनिंग कराई जा रही है। उनको प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जोड़ने के साथ ही आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर करने की ओर कार्य हुआ है। निजी क्षेत्र में भी औद्योगिक पार्क का निर्माण हो, इसके लिए 11 प्लेज पार्क के निर्माण की कार्यवाही को हम स्वीकृति दे चुके हैं। रेडीमेड गारमेंट्स के लिए एक नई योजना के साथ ही लखनऊ-हरदोई के बीच में पीएम श्री टेक्सटाइल पार्क के निर्माण की कार्यवाही हो रही है, जो लगभग 1 हजार एकड़ क्षेत्र में निर्मित होने जा रही है। इसमें अत्याधुनिक टेक्सटाइल तकनीक का उपयोग हो रहा है। पहले उत्तर प्रदेश का जो एक्सपोर्ट मात्र 86 हजार करोड़ था वो आज बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए से ऊपर का हुआ है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान और बाद में हमारे पास कुल मिलाकर 40 लाख करोड़ से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए।
पिछले सात वर्ष के अंदर लगभग 16 से 20 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने में सफलता प्राप्त हुई है। लगभग 60 लाख से अधिक नौजवानों को रोजगार से जोड़ने में मदद मिली है।
लखनऊ को एआई सिटी के रूप में स्थापित किया जा रहा है।