छत्रपति शिवाजी के सेनापति के वंशजों ने दिखाई युद्ध कला, लाल किला शिवाजी प्रतिमा से शुरू हुई गरुड़ झेप यात्रा
आगरा। महाराज छत्रपति शिवाजी अपनी कार्यकुशलता, युद्ध क्षमता, और वीरता के बल पर औरंगजेब की कैद से मुक्त होकर आगरा से निकले थे। शिवाजी के सेनापतियों के 14वें वंशज इस दिन को स्मृति दिवस के रूप में मनाते हुए आगरा से राजगढ़ तक 1253 किलोमीटर लंबी गरुड़ झेप यात्रा निकाल रहे हैं । लाल किला के सामने शिवाजी प्रतिमा स्थल से शुरू हुई इस यात्रा में 1000 धावक 100 साइकिल सवार सम्मिलित हुए । इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में यात्रा का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया । इस मौके पर कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि छत्रपति शिवाजी को लेकर इतिहासकारों के शोध के बाद कोठी मीना बाजार स्थित राम सिंह की कोठी को संग्रहालय और स्मारक के रूप में विकसित किया जायेगा । यह भव्य संग्रहालय पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा । इस मौके पर उन्होंने छत्रपति शिवाजी की युद्ध कौशलता, वीरता और राष्ट्रीय एकता की भावना का भी स्मरण किया । उन्होंने कहा छत्रपति शिवाजी महाराज ने 17 अगस्त 1666 को औरंगजेब को उसे समय छठी का दूध याद दिला दिया होगा जब हजारों सैनिकों की निगरानी की आंखों में धूल झोंक कर अपनी कार्य कुशलता से छत्रपति शिवाजी महाराज अपने पुत्र के साथ आगरा से निकले थे।
मराठी कलाकारों ने दिखाई युद्ध कला
छत्रपति शिवाजी के सेनापतियों के 14वें वंशजों की मौजूदगी में लाल किला के सामने शिवाजी महाराज प्रतिमा के समक्ष मराठी कलाकारों ने प्राचीन युद्ध कला का प्रदर्शन किया। यात्रा संयोजक मारुति आभा गोले ने बताया कि आज भी हम लोग शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर उनके द्वारा दर्शाई और बताई गई युद्ध कौशल कला और करतब का अनुसरण करते हैं। इस मौके पर गोवा से आई महिला कलाकारों ने भी युद्ध कला में तलवारबाजी, लाठी कला का प्रदर्शन किया।
कोठी मीना बाजार में बनेगा भव्य संग्रहालय
99 दिन तक मुगल शासक औरंगजेब की कैद में छल से रहने वाले शिवाजी महाराज की स्मृति में कोठी मीना बाजार में भव्य स्मारक बनाया जाएगा। कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के मुताबिक़ ऐसे स्थल पर 100 फुट ऊंची छत्रपति शिवाजी की भव्य प्रतिमा भी लगाई जाएगी। ऐसा होने से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बीच आपसी सौहार्द के साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। संग्रहालय में छत्रपति शिवाजी की वीरता कार्यकुशलता और युद्ध कौशल क्षमता से संबंधित दृश्यों को संग्रहित किया जाएगा।
समर्थ गुरु रामदास छत्रपति शिवराय संस्थान ने किया भव्य स्वागत
छत्रपति शिवाजी महाराज गरुड़ क्षेप यात्रा का स्वागत आगरा लाल किले से लेकर सेवला जाट मलूकसराय तक समर्थ गुरु रामदास एवं छत्रपति शिवराय प्रतिष्ठान संस्था द्वारा जगह-जगह भव्य रूप से किया गया। संस्था के अध्यक्ष डॉ वात्सल्य उपाध्याय ने बताया कि हिंदुत्व की प्रेरणा देने वाले महान वीर शासक शिवाजी महाराज की स्मृति को जोड़ने वाली इस यात्रा का स्वागत करना हमारा सौभाग्य है।
छत्रपति शिवाजी के सेनापति वंशजों ने भी दिखाई सहभागिता
कोठी मीना बाजार स्थित कोठी पर आयोजित कार्यक्रम में महाराष्ट्र से आए 100 सदस्य दल ने कार्यक्रम में सहभागिता दिखाई। जिसमें छत्रपति शिवाजी के सेनापति के 14वें वंशज भी सम्मिलित हुए। गरुड़ झेप यात्रा मुहिम के अध्यक्ष मारुति गोले, उपाध्यक्ष दिग्विजय,सर जे राव सहित दर्जनों लोगों ने सहभागिता दिखाते हुए कहा कि यह उनके लिए गौरव का क्षण है जब वीर शिवाजी के नाम से भव्य संग्रहालय उत्तर प्रदेश में बनने जा रहा है।
इनकी रही मौजूदगी
गरुड़ झेप यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर महाराष्ट्र से आए वीर शिवाजी के सेनापति वंशजों के साथ कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय , प्राचीन कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरी गोस्वामी, भारतीय किसान संघ क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्रीनिवास, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री राजेश अग्रवाल, अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज सिंह, डॉ वात्सल्य उपाध्याय , डॉ सिमरन उपाध्याय , मनमोहन सिंह वालिया, डॉ सपना गोयल, मध्य प्रदेश पुरातत्व विभाग के पूर्व निदेशक केसी पांडेय , भाजपा नेता के के भारद्वाज, प्रमोद पांडे, मुकुल पांडे, मुकुल सुहानी, करण सिंह धाकड़, एडवोकेट प्रमिला शर्मा, पार्षद मीनाक्षी वर्मा, पार्षद रवि दिवाकर ,राधा रानी मानवानी, अनुराग चतुर्वेदी, मुनेंद्र जादौन, वीरेंद्र श्रीवास्तव, ललित शर्मा, दीप विनायक पटेल, महानगर मीडिया प्रभारी सुनील करमचंदानी, समर्थ गुरु रामदास एवं छत्रपति शिवराय प्रतिष्ठान संस्था से जुड़े पदाधिकारी सहित बड़ी तादाद में कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
असलम सलीमी