आगरा किले के समक्ष व आगरा में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा ना होना अपमान का विषय : जाट महासभा
आगरा। अखिल भारतीय जाट महासभा ने कहा है कि ब्रज क्षेत्र में मुगलों को सबसे अधिक चुनौती व 12 जून 1761 को मुगलों से आगरा किले को जीतना एवं 27 फरवरी 1688 को सिकंदरा पर कब्जा कर मुगलिया सल्तनत का ब्रज क्षेत्र में अंत करने का काम उस समय के जाट राजाओं और महान योद्धाओं ने भी किया था वहीं 50 और 60 के दशक में वीर गोकुला जाट ने मुगलों के सबसे अधिक क्रूर शासक औरंगजेब को चुनौती देकर किसानों से लगान वसूली के खिलाफ विद्रोह कराकर वीर गोकुला जाट और उसके चाचा उदय सिंह ने किया। दिसंबर 1669 में घड़ी तिलपत में तीन दिन तक औरंगजेब की सेना को युद्ध कर चुनौती दी , हालांकि वीर गोकुलसिंह और चाचा उदय सिंह को हार का सामना करना पड़ा और बंदी बनाकर आगरा में कोतवाली पर औरंगजेब ने गोकुलसिंह और चाचा उदय सिंह के अंग अंग काटकर मारा था।
जाट महासभा के जिला अध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुंवर शैलराज सिंह एडवोकेट,वरिष्ठ इतिहासकार डॉ सुरेंद्र सिंह, जाट महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयप्रकाश चाहर, महामंत्री वीरेंद्र सिंह छोंकर आदि ने कहा है कि मुगलों को चुनौती देने वाले व आगरा किले को मुगलों से छीन कर कब्जा कर शासन चलाने वाले वीरों और योद्धाओं की प्रतिमा न लगाना आगरा के लिए गर्व की बात नहीं होगी। जिलाध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर व इतिहासकार डॉ सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि तत्कालीन मेयर श्री नवीन जैन द्वारा वीर गोकुलसिंह की आगरा किले के समक्ष प्रतिभा लगाना गर्व की बात है लेकिन महाराजा सूरजमल के साथ-साथ 27 फरवरी 1688 को सिकंदरा पर कब्जा कर आग लगाकर, अकबर की समाधि से अस्थियों को निकाल कर, जलाकर यमुना में प्रवाहित करने का काम करने वाले महायोद्धा रामकी चाहर और राजाराम जाट की प्रतिमाओं का आगरा में ना होना योद्धाओं की उपेक्षा ही नहीं अपमान का विषय भी है ।
जिला अध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर नरेश इंदोलिया, अजित सिंह चाहर प्रधान, जयप्रकाश चाहर, चौ नवल सिंह, गुलबीर सिंह, मेघराज सोलंकी, देवेंद्र चौधरी शिशुपाल चौधरी, सुरेंद्र चौधरी आदि ने कहा हैकि महाराजा सूरजमल की प्रतिमा के लिए वर्तमान मेयर से भी अनुरोध किया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में उनके द्वारा नहीं लाई गई है इसलिए जाट महासभा शीघ्र ही उनसे मिलेगी, जिला अध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर ने कहा है कि जाट महासभा का शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री श्री योगी नाथ जी से भेंट कर आगरा में महाराजा सूरजमल और सिकंदरा में महान योद्धा रामकी चाहर , राजाराम जाट की प्रतिमा लगाने का अनुरोध करेगी।