फरह में बेचे गए कुट्ट के आटे में मिला था मलमूत्र
मथुरा। जन्माष्टमी पर कुट्टू के आटे र से पूड़ी और पकौड़ी खाकर बीमार होने के मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। आगरा स्थित राजकीय खाद्य विश्लेषण प्रयोगशाला में हुई जांच में आटे में मलमूत्र पाया गया है, जो खाने योग्य नहीं पाया गया है। इस मामले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने मामले की रिपोर्ट शासन को भेज दी है और दोषी लोगों के खिलाफ मुकदमें की अनुमति मांगी है। वहीं आधा दर्जन खाद्य विक्रेताओं के यहां खुले कुट्टू आटे की बिक्री पर रोक लगा दी गई। चेतावनी दी गई है कि यदि आदेश की अनदेखी की तो लाइसेंस,पंजीकरण को समाप्त कर दिया जाएगा।
आपको बताते चलें कि जन्माष्टमी पर फरह के कई गांवों में कुट्टू आटे की पकौड़ी और पूड़ी खाने से 200 से अधिक लोग हो गए थे बीमार, शासन को भेजी गई थी रिपोर्ट फूड प्वाइजनिंग की जानकारी मिलने पर खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी मय टीम के पहुंचे थे और कुटू आटे का सैंपल फरह क्षेत्र से जांच को लिया था। इसके अलावा अन्य खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने भी नमूने लिए थे। कुट्टू आटे को जांच के लिए प्रयोगशाला आगरा भेजा गया था। । जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि यह आटा अनसेफ है है और खाने योग्य नहीं। मानव उपभोग के लिये यह हानिकारक है। इसमें मलमूत्र मिला हुआ है। जांच रिपोर्ट के आधार पर विभाग के सहायक आयुक्त खाद्य धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने संबंधित खाद्य विक्रेताओं के यहां खुले में बिकने वाले कुटू आटे की बिक्री पर रोक लगा दी है। शाहगंज गेट कच्ची सड़क स्थित अंकुर ट्रेडिंग कंपनी, वितरक अमित किराना स्टोर परखम चौराहा फरह, खाद्य विक्रेता राकेश गोयल बरौदा मसरकपुर परखम फरह, चौधरी किराना स्टोर घीया मंडी, नवीन अग्रवाल कृष्णापुरम बिरला मंदिर एवं ब्रजवासी गुड़ वाले गल्ला मंडी समिति अनाज मंडी को इस बारे में पत्र भी भेज दिए गए हैं। आदेश के बारे में भी अवगत करा दिया गया है।