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सारे ब्रज में शोर हैं, नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की  : ठाकुर यतेन्द्र पाल सिंह

संजय सागर

आगरा। जगमग हो गयी ज़ेल की काली कोठरी प्रभु ने ऐसी माया डारी, संसार को तारने धरती पर आए कृष्ण मुरारी। सारे ब्रज में शोर है, आयो नन्दकिशोर। पालने पर सज़कर बैठे हैं जगत के पालनहार, हैं गोविंद कृष्ण मुरारी करों जग का उद्धार। गोकुल में जिसने किया निवास, उसने गोपियों के संग रचा इतिहास, देवकी यशोदा जिनकी मैया, ऐसे ही हैं हमारे कृष्ण कन्हैया। माखन चुराकर जिसने खाया, बंसी बजाकर जिसने नचाया, ख़ुशी मनाओ उसके जन्म दिन की, जिसने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया। नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की। हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की। माखन चोर नन्द किशोर, बांधी जिसने प्रीत की डोर, हरे कृष्ण हरे मुरारी, पूजती जिन्हें दुनिया सारी, आओ उनके गुण गाएं, सब मिलकर भारतीय जनमानस में भक्ति, प्रेम, आदर्श व नीति के समागम भाव का प्रवाह करने वाले भगवान योगेश्वर का जन्मोत्सव मनाएं।

श्रीकृष्णजन्माष्टमी के पावन पर्व पर सुप्रशिद्ध समाज सेवक ठाकुर यतेन्द्र पाल सिंह ने अपने वक्तव्य में बताया कि कण कण में है वो,जीवन के हर रंग में है वो,अंग अंग में है वो, हर व्यक्ति के संग में है वो। मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं, ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी है और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी है। आज श्री कृष्णाष्ठमी है। कृष्ण पूरी दुनियां में आकर्षण का प्रतीक है, तो जो भी जैसे भी जिसको आकर्षित करे वह उसका कृष्ण है। सुदर्शन' जैसा शस्त्र होने के बाद भी यदि हाथ में हमेशा 'मुरली' है, तो वो कृष्ण हैं। 'द्वारिका' का वैभव होने के बाद भी यदि 'सुदामा' मित्र है, तो वो कृष्ण हैं। 'मृत्यु' के फन पर मौजूद होने पर भी यदि 'नृत्य' है, तो वो कृष्ण हैं। 'सर्वसामर्थ्य' होने पर भी यदि सारथी' बने हैं, तो वो कृष्ण,जगत के पालनहार, लीलाधारी, श्रीगोवर्धन गिरधारी, गोविन्द मुरारी, नंदनंदन, बृजनन्दन, देवकीनंदन, आनन्दकन्द, भक्तवत्सल, यशोदा मैया के लाल, काला, योगेश्वर, गोकुल के नटखट नंद गोपाल, मथुरा के नाथ, भगवान विष्‍णु जी के परम अवतार योगेश्‍वर, धर्म स्थापना, लोक-संरक्षण, शांति व सामूहिकता के प्रति अखिल विश्व-चेतना का पथ-प्रदर्शित करने वाले, यशोदानंदन, भुवन, मोहन, कन्हैया, राधानागर, यशोदानंदन एवं जगत के पालनहार, बांके बिहारी, धर्म स्थापना, लोक-संरक्षण, शांति व सामूहिकता के प्रति अखिल विश्व-चेतना का पथ-प्रदर्शित करने वाले, वात्सल्यभाव, प्रेम, करुणा जैसे सोलह कलाओं से समाहित परमावतार योगेश्वर,16 कलाओं के अवतार योगीराज,सत्य के सारथि और संरक्षक, सुदर्शनधारी, कृष्णमुरारी, बाकेबिहारी, ब्रजअवतारी, चराचर जगत का कल्याण करें, जिनकी हर लीला में है धर्म व कर्म का सामंजस्य, अन्याय का प्रतिकार और प्रकृति की रक्षा का संदेश; ऐसे लीलाधर, श्याम सुंदर, मुरली मनोहर, सुदर्शन श्री कृष्ण का जन्मोत्सव सभी के जीवन को आनंद, उल्लास और माधुर्य से भर दे ऐसी मेरी प्रार्थना है। भगवान श्रीकृष्ण सभी का कल्याण करें इस कामना के साथ श्रीकृष्णजन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। 

श्री सिंह ने आगे बताया कि भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बंसीवारे बांके बिहारी सब पर कृपा करें। जगत के पालनहार श्री हरि विष्‍णु जी की कृपा से आप सभी के जीवन में खुशहाली, सुख-समृद्धि आये और उत्तम स्वास्थ प्राप्‍त हो। भगवान श्री कृष्ण सदा अपने भक्तों के हृदय में विराजमान रहते हुए उन पर चिरकाल तक कृपा बरसाते रहे़ंंते है। भगवान श्री कृष्ण जी आप सभी को स्वस्थ रखें आरोग्यता प्रदान करें एवं सुख, समृद्धि, संपन्नता का आशीर्वाद दें। भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं भगवान श्री कृष्ण हम सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें। चक्रधारी द्वारिकाधीश सबको रोग, शोक एवं भय से मुक्त कर अपनी शरण प्रदान करें। भगवान श्रीकृष्ण की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे! आपका घर-आंगन सुख, समृद्धि, खुशहाली व आनंद से परिपूर्ण रहे,यही प्रार्थना! सभी देश व प्रदेश वासियों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई एवं ढ़ेर सारी शुभकामनाएं। सारे ब्रज में शोर है, आयो नन्दकिशोर। माधव मुरलीधर कहें, या कि माखनचोर। यमुना चढ़ी उफ़ान पे, छाई घटा घनघोर। गोकुल वृन्दावन हुए, हर्षित भाव विभोर। वंशी सब सुर त्यागे है, एक ही सुर मे बाजे है ! हाल न पूछो मोहन का, सब कुछ राधे राधे हैं !हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की। पुनः आप सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान श्री कृष्ण जी आप सभी को स्वस्थ रखें, आरोग्यता प्रदान करें एवं सुख, समृद्धि, संपन्नता का आशीर्वाद दें। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी" के पावन-पुनीत अवसर पर आपको  हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। भक्ति और उल्लास का यह पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आए। भगवान श्रीकृष्ण की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे, आपका घर-आंगन सुख, समृद्धि, खुशहाली व आनंद से परिपूर्ण रहे, यही प्रार्थना हैं। जय श्री राधे कृष्ण।

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