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महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ, 13 फरवरी तक चलेगा स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान

आगरा

आगरा|  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ हुआ । सबसे पहले जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. यूबी सिंह द्वारा बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और  डीएम का घोषणा पत्र पढ़ा | साथ ही उन्होंने बताया कि अभियान 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। पहले दिन ताजगंज स्थित गांधी ग्राम कुष्ठ आश्रम में सभी कर्मचारियों को कुष्ठ मिटाने के लिए शपथ दिलाई गई।

डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि गांधी जयंती के अवसर पर गांधी ग्राम कुष्ठ आश्रम में 100 कुष्ठ रोगियों को फल, एमसीआर चप्पल, वैशाखी व रूई, पट्टी और दवाइयों का वितरण किया । इस अवसर पर कुष्ठ रोग से बचाव और उपचार के संबंध में भी जानकारी दी गई | इसी  दौरान  जिला अधिकारी का संदेश सभी ग्राम सभा, ग्राम पंचायतों,नगरीय वार्डों (विशेष रूप से स्लम एरिया), सरकारी कार्यालयों,स्कूलों में पढ़कर सुनाया गया, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत में ग्राम सभा मुखिया का भाषण और  कुष्ठ रोग के बारे में विस्तार से जानकारी  दी गई  | सभी को  बताया  सरकारी, शहरी व ग्रामीण अस्पतालों से  दवा प्राप्त कर सकते हैं।

नॉन मेडिकल असिस्टेंट राकेश बाबू ने बताया पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 64 मरीज  चिन्हित हुए जिसमें  पीबी-(पॉसी बेसिलरी) के 42  और  एमबी- (मल्टी बेसिलरी) 22 थे  सभी  मरीजों को उपचारित कर दिया गया है l अप्रैल 2022 से 30  जनवरी  2023  तक 79 मरीज चिन्हित हुए जिसमें  पीबी-(पॉसी बेसिलरी) के 31   और  एमबी- (मल्टी बेसिलरी) 48 है | सभी  नए मरीजों मरीजों का उपचार चल रहा है  |


नॉन मेडिकल असिस्टेंट ने बताया शारीरिक विकृति और कुरुपता ही कुष्ठ रोग के बारे में भय और सामाजिक घृणा का मूल कारण है। जल्द निदान और नियमित इलाज से कुष्ठरोग के कारण होने वाली विकृतियों से बचा जा सकता है। इसी प्रकार कुष्ठ रोग का निर्मूलन बहुत आसानी से हो सकता है। सिर्फ सभी का साथ और सहयोग चाहिए।
 
कुष्ठ रोगी की पहचान
पीबी-(पॉसी बेसिलरी) यदि किसी व्यक्ति के शरीर पर एक से पांच तक सुन्न चकत्ते हो। जिसका रंग त्वचा के रंग से हल्का या लाल हो।
एमबी-(मल्टी बेसिलरी) यदि किसी व्यक्ति के शरीर पर कहीं भी 05 से अधिक सुन्न त्वचा से हल्के या लाल रंग के चक्कते हो। 
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उपचार---
पीबी- (पॉसी बेसिलरी) छह माह तक इलाज 
एमबी- (मल्टी बेसिलरी) 12 माह तक इलाज 
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कुष्ठ रोग की जानकारी
-कुष्ठ रोग छूआछूत का रोग नहीं है।
-कुष्ठ रोग अनुवांशिक बीमारी नहीं है।
-यह एक जीवाणु से फैलता है,जो पूर्णतया ठीक होने वाला रोग है।
-सफेद दाग कुष्ठ रोग नहीं होता है।
-कुष्ठ रोग पूर्व जन्म का पाप या अभिशाप नहीं है।
-कुष्ठ रोग का पता चलते ही तुरन्त इलाज कराने से विकलांगता से बचा जा सकता है।
-कुष्ठ की जांच एवं उपचार सभी सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क होती है।
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फैक्ट फाइल
वर्ष 2021-22 
-नए रोगी 64 
वर्ष 2022-23 
नए रोगी 79

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