आज से शुरू होगा ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे, अतिरिक्त सुरक्षा बलों को किया गया तैनात
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के पहले ही सोमवार सुबह सात बजे से ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक विधि से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) का सर्वे शुरू हो जाएगा। सर्वे की कार्रवाई वाराणसी जिला जज के आदेश पर की जा रही है। कमिश्नर के अनुसार सर्वे के लिए पांच सदस्यों की टीम रविवार को पहुंची है। 10 सदस्य सोमवार को पहुंचेंगे। फाइल फोटो।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के पहले ही सोमवार सुबह सात बजे से ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक विधि से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) का सर्वे शुरू हो जाएगा। सर्वे की कार्रवाई वाराणसी जिला जज के आदेश पर की जा रही है। जिला जज ने आदेश में कहा था कि एएसआइ वैज्ञानिक विधि से जांच, सर्वेक्षण और उत्खनन कर पता लगाए कि क्या ज्ञानवापी परिसर में वर्तमान इमारत पहले से मौजूद हिंदू मंदिर के ढांचे पर बनी है।
बनारस पहुंची विशेषज्ञों की टीम
सर्वे के लिए रविवार को एएसआइ के विशेषज्ञों की टीम विशेष उपकरणों के साथ बनारस पहुंची। टीम ने कमिश्नर कौशलराज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी एस राजलिंगम के साथ पुलिस कमिश्नर के कैंप कार्यालय पर बैठक की। इसमें मंदिर व मस्जिद पक्ष के वकील और वादी भी शामिल थे।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को किया गया तैनात
सर्वे के दौरान चौक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल बुलाकर ज्ञानवापी परिसर और आसपास तैनात कर दी गई है। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में चक्रमण करने का निर्देश दिया गया है। रात 12 बजे से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चार नंबर द्वार पर फोर्स तैनात किया गया है। रात दो बजे से आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
सुबह सात बजे से होगा सर्वे
कमिश्नर के अनुसार सर्वे के लिए पांच सदस्यों की टीम रविवार को पहुंची है। 10 सदस्य सोमवार को पहुंचेंगे। सर्वे सुबह सात बजे से शुरू होगा। एएसआइ की टीम के साथ ही मंदिर पक्ष की चार वादी महिलाएं, उनके चार वकील और मुस्लिम पक्ष के साथ उनके वकील रहेंगे। ज्ञानवापी परिसर में कौन-कौन जाएगा, इसकी सूची तय की गई।
शीर्ष अदालत में होनी है सुनवाई
यह पूछ जाने पर कि अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के वकीलों ने जिला जज के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और सोमवार को सुनवाई भी होनी है, कमिश्नर ने कहा कि शीर्ष अदालत जो भी फैसला देगी, उसका पालन किया जाएगा। जिला अदालत के फैसले के बाद दो दिनों तक एएसआइ ने सर्वे को लेकर अपनी तैयारियां कीं और अब वे तैयारी के साथ यहां आ चुके हैं।
जिला अदालत ने दिया था आदेश
जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सील किए गए वुजूखाने के क्षेत्र को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया था। एएसआइ निदेशक को सर्वे की रिपोर्ट चार अगस्त को अदालत में पेश करने का आदेश भी दिया था। उसी दिन मामले में सुनवाई भी होगी।
श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशानी
जिलाधिकारी का कहना है कि अदालत के आदेश का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। सर्वे टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ आई है। उसे हर तरह का सहयोग प्रदान किया जाएगा। सावन का तीसरा सोमवार भी पड़ रहा है, इसलिए विश्वनाथ मंदिर में भीड़ भी अधिक होगी। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
जिला अदालत के आदेश की प्रमुख बातें-
- वादी व प्रतिवादी पक्ष के दावों के प्रकाश में वैज्ञानिक विधि से जांच व वीडियो, फोटोग्राफी से साक्ष्य संकलन करें।
- परिसर में मौजूद इमारत की पश्चिमी दीवार की आयु व निर्माण की प्रकृति की वैज्ञानिक विधि से जांच करें।
- तीनों गुंबदों के नीचे, पश्चिमी दीवार और तहखानों की जांच करें और जरूरी हो तो उत्खनन करें।
- इमारत में पाई गई कलाकृतियों की सूची बनाएं और उनकी आयु व प्रकृति का निर्धारण करें।
- जांच के जरिए इमारत के खंभों और नींव की आयु व प्रकृति का निर्धारण करें।
- सर्वे के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मौजूदा निर्माण को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे।
मस्जिद पक्ष ने की सर्वे रोकने की मांग
अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के संयुक्त सचिव सैयद मुहम्मद यासीन ने बताया कि बैठक में उन्होंने जिलाधिकारी को इस बात का पत्र सौंपा कि मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। जिला जज के एएसआइ सर्वे के आदेश के खिलाफ अवमानना का प्रार्थना पत्र भी दाखिल किया गया है। सोमवार को सुनवाई होनी है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही कोई कार्यवाही की जाए। अधिकारियों ने कहा कि एएसआइ सर्वे के आदेश पर किसी ऊपरी अदालत का स्टे नहीं है। इसलिए जिला अदालत के आदेश का पालन करना होगा।