आगरा की सैर ज़मीन पर हज़रत सिराजुल इस्लाम रह० का सालाना उर्स मनाया गया
आगरा
आगरा की सैर ज़मीन पर हज़रत सिराजुल इस्लाम रह० का सालाना उर्स मनाया गया । उर्स की तकरीबात के सिलसिले में दरगाह हज़रत सैयदना ओलिया बाबा पर सज्जादा नशीन मियां मोहम्मद हुसैन रशीदी की सरपरस्ती पर फातिहा वा लंगर का का एहतमाम किया ।
मियां मोहम्मद हुसैन रशीदी ने आगरा की शाही जमा मस्जिद के पेश इमाम हज़रत सिराजुल इस्लाम रह० के बारे में बताया कि आप की तालीम मदरसा आलिया जमा मस्जिद आगरा के मदरसे में जनाब मोलवी अब्दुलाह साहब की ज़ेरे नज़र हुई आप ने हदीस, फ़िक़ह ,तफ़्सीर तमाम उलूम हासिल किये क़िरात की तालीम अपने वालिद मोहतरम करी अब्दुल रहमान सहाब से हासिल की इब्तिदा में अंग्रेजी भी पड़ी और मिडल का इम्तिहान भी दिया कानून भी पड़ा आप का वकालत करने का इरादा था मगर अल्लाह ताला को आप से कुछ और ही काम लेना था इसी लिए ऐसे माहौल में पैदा किया के था के जहाँ इल्मी बात फ़क़ीर दरवेशी के सिबा कुछ नही था । अभी आप नो जबान ही थे के आप के वालिद माजिद के पीरो मुर्शिद हज़रत सुब्हान शाह मियां रह० ने आपने अपने हल्के मुरीदी में शामिल करके आप से सिलसिला क़दरिया मुजद्दीदिया में बैत ले ली । कुछ अरसे बाद आप के वालिद का विसाल होने के बाद आप को आगरा की शाही जमा मस्जिद का पेश इमाम बना दिया गया
आप को इमामत के साथ साथ मदरसा आलिया का नाज़िम भी बना दिया गया । आप के पीरो मुर्शिद से खिलाफत आता हुई जिसमें आप ने हजारों लोगों को बैत से सरफ़आराज़ किया औऱ उनके तरीकत की मंज़िल तक पहुँचाया और कितने लोगों को खिलाफत से नवाज़ा । आप हज करने के लिए गये इसी सफर से वापसी में तबियत अलील होने लगी धीरे धीरे तबियत ज्यादा खराब होने लगी 69 साल की उम्र में इस दुनिया से रुखसत फ़रमा गए । आप का मज़ार आगरा के पचकुइया कब्रिस्तान में हे जिसमे आप के मानने वाले हाज़िर हो कर फ़ैज़ हासिल करते है ।
फ़ातिहा में मोहम्मद उबेर , मोहम्मद हस्सान , सूफी इक़वाल , मोहम्मद इकराम हाजी सुल्तान , मोहम्मद उस्मान , इदरीस, वकील , आरिफ , बॉबी , नसीर ,शकील भुल्ले शाह,सुहेल शान इलाही , सुनील कुमार शाहिद , ने शिरकत की ।