रक्षाबंधन का राष्ट्र रक्षा संदेश
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयसेवक संघ पूर्वी क्षेत्र संपर्क प्रमुख मनोज जी ने कहा कि रक्षाबंधन केवल भाई बहन तक सीमित नहीं है। बल्कि इसमें राष्ट्र समाज और संस्कृति की रक्षा का विचार समाहित है। मनोज जी गोमती नगर स्थित सीएमएस सभागार में आयोजित रक्षाबंधन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत के सभी पर्व उत्सव प्रकृति संरक्षण और सामाजिक समरसता के अनुरूप होते हैं। इनसे जहां एक ओर प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का संदेश मिलता है,दूसरी तरफ समाजिक समरसता का संदेश मिलता है। रक्षाबंधन भी इसी प्रकार का पर्व है।
सामाजिक समरसता से ही सुदृढ़ समाज का निर्माण होता है। रक्षाबंधन जैसे पर्व सामाजिक समरसता का ही संदेश देते हैं। समाज और संस्कृति की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है।
मनोज जी ने कहा कि भारत और सनातन संस्कृति की विरोधी शक्तियां सुनियोजित विमर्श चला रहीं हैं। इसका भी संगठित रूप से मुकाबला करना होगा। इसी के साथ सामाजिक समरसता,परिवार प्रबोधन,पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी और नागरिक कर्तव्यों के प्रति भी सजग रहना होगा।