image

राणा का भाला

प्रवीण प्रभाती

भाला सँग में जो रखें, उसकी अनुपम शान।
राणा का भाला सदा, लेता रिपु के प्राण।।
लेता रिपु के प्राण, छेदता उनकी छाती।
लें दुश्मन की जान, वार करके अति घाती।
आया संकट घोर, काम आये थे झाला।
लगा बाहु का जोर, चलाते राणा भाला।।

Post Views : 361

यह भी पढ़ें

Breaking News!!