लेख
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“परंपरा बनाम परिवर्तन: भारतीय विवाह संस्था और सामाजिक न्याय का द्वंद्व”
भारतीय समाज में विवाह केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों, संस्कृतियों और सामाजिक इकाइयों का समागम माना…
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जतीपुरा हरजी कुंड गुंजन शर्मा के जन्मोत्सव पर पौधारोपण किया
गोवर्धन। जतीपुरा हरजी कुंड पर गुंजन शर्मा के जन्मोत्सव के अवसर पर छाया दार वृक्ष लगाया गया। शुक्रवार को पर्यावरण…
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“विकसित भारत की दिशा में वैवाहिक जीवन: दिलों का मिलन, न कि सामाजिक बाध्यता” (प्रेम, समर्पण और समझ पर केंद्रित)
भारतवर्ष में वैवाहिक संस्था सदियों से समाज की मूल आधारशिला रही है। विवाह न केवल दो व्यक्तियों का मेल है,…
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“वैवाहिक संस्था पर संकट: युवाओं में विवाहोत्तर अनैतिक संबंधों की बढ़ती प्रवृत्ति और दांपत्य जीवन का विघटन”
मानव सभ्यता के इतिहास में विवाह एक ऐसी संस्था रही है जो सामाजिक संरचना, नैतिकता और उत्तरदायित्व की धुरी पर…
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“संत कबीर: सीख, काम और भक्ति के अनूठे संगम का संतुलन व वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कबीर के दोहों की प्रासंगिकता”
भारतीय संत परंपरा में संत कबीर का स्थान अत्यंत विशिष्ट और अद्वितीय है। उन्होंने एक ऐसे युग में जन्म लिया…
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बिरसा मुंडा: भारत के महान आदिवासी लोकनायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
बिरसा मुंडा भारत के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों और जननायकों में से एक थे, जिन्होंने मात्र 25 वर्ष की आयु…
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विकसित भारत: साक्षात (शारीरिक) हिंसा से ज्यादा खतरनाक है प्रतीकात्मक (मानसिक) हिंसा” — गिरीश कर्नाड के नाटक ‘बलि’ के संदर्भ में
भारत, जो आज “विकसित राष्ट्र” बनने की ओर अग्रसर है, तकनीकी, वैज्ञानिक और आर्थिक रूप से जितनी तेजी से प्रगति…
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समरसता बनाम जाति-वास्तविकता: आरएसएस और विकसित भारत का सामाजिक द्वंद्व”
21वीं सदी का भारत आर्थिक प्रगति, तकनीकी नवाचार और वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है। सरकारें “विकसित भारत 2047” का…
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हिन्दू साम्राज्य दिवस पर विशेष – हिंदू साम्राज्य दिवसोत्सव – हिंदू पद पादशाही की स्थापना का उत्सव
हिन्दू साम्रज्य दिवसोत्सव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा मनाया जाने वाला एक विशिष्ट उत्सव है जो हिंदू समाज को एक अत्यंत…
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“विश्व साइकिल दिवस”
हम जीवन की या काल की संकल्पना चक्र के रूप में ही करते आए हैं। जीवन- मृत्यु या दिन- रात…
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महर्षि पतंजलि एवं उनके योगसूत्रों की आधुनिक युग में उपयोगिता व वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता
भारत की प्राचीनतम दार्शनिक और आध्यात्मिक परंपराओं में से एक है योग। योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं बल्कि आत्मा,…
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