लेख
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विकसित भारत लक्ष्य- 2047: भगवान बुद्ध के योग, तप, चरित्र और दर्शन से संभव अखंड व नवभारत का निर्माण”
मानव इतिहास में कुछ महान व्यक्तित्व ऐसे होते हैं, जिनका प्रभाव न केवल अपने समय और भूभाग तक सीमित रहता…
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बौद्ध धम्म: मानव जीवन के उद्धार हेतु पांच मूल तत्व- विनय, प्रज्ञा, करुणा, शिक्षा और सेवा
बौद्ध धम्म एक प्राचीन भारतीय धर्म है जो भगवान बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है। यह धर्म हमें जीवन के…
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विकसित भारत: बौद्ध धम्म के परिपेक्ष्य में – ‘धम्म (धर्म) निभाना होता है न कि मानना’
भारत एक विविध और बहुसांस्कृतिक देश है, जहां विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग रहते हैं। विकसित भारत की कल्पना…
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जातिविहीन समाज और बौद्ध धम्म पर आधारित जीवन-दृष्टि: विकसित, अखंड और समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में एक वैचारिक प्रस्तावना
भारत एक महान सांस्कृतिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक परंपराओं से समृद्ध देश रहा है। परंतु इसके साथ ही यह भी एक…
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ज्ञानपीठ सम्मान की बधाई
तुलसीपीठाधीश्वर रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज को संस्कृत भाषा व साहित्य के क्षेत्र में उनके अतुल्य योगदान के लिए…
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बुद्ध पूर्णिमा की वर्तमान प्रासंगिकता, बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष
भगवान गौतम बुद्ध इतिहास के अदभुत और अद्वितीय महापुरुष थे: बुद्ध के संदेश और शिक्षाओं को अमल में लाकर विश्व…
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बौद्ध धम्म: जातियां का विखंडन और विकसित व अखंड भारत के निर्माण का पथ
भारत एक प्राचीन सभ्यता है जिसकी विविधता उसकी सबसे बड़ी पहचान रही है। परंतु यही विविधता, जातीय भेदभाव और सामाजिक…
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जातिव्यवस्था (रहस्यमय सामाजिक संरचन): एक श्रम विभाजन सामाजिक व्यवस्था थी न कि श्रमको का विभाजन
भारत, विविधताओं का देश, जहां भाषाएं, संस्कृतियां, और परंपराएं एक साथ फलती-फूलती हैं। लेकिन इसी विविधता के बीच एक ऐसी…
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जो कहा वो किया – आपरेशन सिंदूर
अप्रैल 22, 2025 पहलगाम में 26-निहत्थे निर्दोष हिन्दुओं की धर्म पूछकर हत्या से पूरा देश आहत था। दुःख और क्रोध…
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‘अखंड और विकसित भारत’ का सपना साकार हेतु तथागत महात्म्य गौतम बुद्ध के पथ (धम्म) का अनुकरण और अनुसरण द्वारा ही संभव
भारतवर्ष प्राचीनतम समय में विश्वगुरू के रूप में सुप्रसिद्ध विश्वविख्यात राष्ट्र व देश रहा है। तत्कालीन समय में सम्पूर्ण भारत…
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स्वाभिमानी किसान को कर्ज नहीं, फ़सल के वाजिब दाम दो
देश का छोटा या बड़ा कैसा भी किसान हो वह परेशान इसलिए है क्योंकि उसको उनकी फसल का उचित दाम…
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