image

परिवार नियोजन में काउंसलिंग पर हो जोर - सीएमओ

डीके श्रीवास्तव

आगरा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शहरी परिवार कल्याण कार्यक्रम के सुदृढ़ीकरण के लिए गुरुवार को संभागीय परिवार नियोजन प्रशिक्षण केंद्र सभागार में निजी क्षेत्र के सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वयक बैठक का आयोजन ‘दी चैलेंज इनिशिएटिव’ पॉपुलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया के सहयोग से किया गया। बैठक में शामिल हुए 26 निजी चिकित्सालयों के प्रतिनिधियों से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर समय से डाटा अपलोड करने के लिए सहयोग करने के लिए कहा।

सीएमओ ने कहा कि परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाना हम सभी की जिम्मेदारी है। सरकारी के साथ-साथ निजी चिकित्सालय भी इसमें भागीदारी निभाएं। निजी चिकित्सालयों में कंडोम बॉक्स लगाए जाएं। इसके साथ ही काउंसलिंग कॉर्नर भी बनाए जाएं, जिससे लोगों को कोई जानकारी चाहिए तो वह बेझिझक पूछ सकें।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने कहा कि लक्षित दंपति को गर्भावस्था के दौरान ही परिवार नियोजन कार्यक्रम और साधनों के बारे में जानकारी दें, जिससे कि वह अपने अनुसार परिवार नियोजन के साधन अपना सकें।

राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेश्वर श्रीवास्तव ने कहा कि हर माह की 21 से 25 तारीख तक हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम पोर्टल पर परिवार नियोजन का डाटा अनिवार्य रूप से फीड करें, जिससे समस्त डाटा अपलोड किया जा सके।
उन्होंने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवारों को परिवार नियोजन कार्यक्रम से जोड़ने में निजी क्षेत्र के अस्पताल अहम भूमिका निभा सकते हैं । इसके लिए निजी क्षेत्र के चिकित्सालयों में परिवार नियोजन की सेवा लेने वाले लाभार्थियों की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग व डाटा फीडिंग, हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम पोर्टल पर समय से हो तो जनपद में गुणवत्तापूर्ण सेवायें प्रदान की जा सकेंगी और रैंकिंग में भी सुधार होगा।

बैठक में उपस्थित आगरा गायनोकोलॉजिस्ट एसोसिएशन की प्रेसिडेंट डॉ. सुषमा गुप्ता ने बताया कि बैठक में परिवार नियोजन के उपलब्ध साधनों को लक्षित दंपति तक पहुंचाने को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही जिन मरीजों को इन सेवाओं का लाभ मिल रहा है उनका डाटा सरकार तक पहुंचाने के बारे में चर्चा हुई।

सिफ्सा के डिविजनल प्रोग्राम मैनेजर पवन शर्मा ने कहा कि निजी अस्पताल सेवा प्रदान करने के साथ- साथ उसकी प्रतिमाह रिपोर्टिंग भी करें, जिससे जिले में परिवार नियोजन सेवाओं की वास्तविक स्थिति का आकलन किया जा सके और जिले का सूचकांक भी बेहतर हो सके।

पीएसआई इंडिया के मैनेजर प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन अनिल द्विवेदी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से निजी क्षेत्र के तहत परिवार कल्याण कार्यक्रम में हुये गुणवत्तापूर्ण सुधार एवं नवीन एचएमआईएस पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले हमारे साथ में 11 निजी चिकित्सालय सहयोग कर रहे थे अब 30 चिकित्सालय सहयोग कर रहे हैं। आगे इस संख्या को 150 तक ले जाने की योजना है।

बैठक में पीएसआई टीम से पंकज और सोनल का विशेष सहयोग रहा साथ ही इस मौके पर अर्बन कोऑर्डिनेटर आकाश गौतम, जिला क्वालिटी सलाहकार डॉ. राम विपुल, पीएसआई यूएक्यू प्रोग्राम के उमाम फारूक मौजूद रहे।

Post Views : 273

यह भी पढ़ें

Breaking News!!